Name of the Teacher |
Title of the paper
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Title of the Book |
Name of the publisher |
National / Inter-national
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ISBN
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Month and Year of publication
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Pages (from - to) |
Dr. Jai Prakash Sao |
- |
लोक का अंतःसंसार |
Surya Prakashan Mandir, Bikaner |
- |
978-93-82307-86-0 |
2016 |
1-180 |
Dr. Abhinesh Surana |
भारतीय संस्कृति में धर्म एवं अध्यात्म |
भारतीय संस्कृति में संस्कृत एवं हिंदी भाषा का योगदान |
साहित्य संचय |
International
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978-93-89809-30-5 |
2020 |
171-176 |
Dr. Abhinesh Surana |
भारतीय दर्शन एवं महिला समानता |
भारतीय दर्शन का संत-साहित्य पर प्रभाव |
Aditi Publication Raipur |
National |
9788193710050 |
2020 |
19 -20 |
Dr. Abhinesh Surana |
भारतीय दर्शन में समता का संदेश |
भारतीय दर्शन का संत-साहित्य पर प्रभाव |
Aditi Publication Raipur |
National |
9788193710050 |
2020 |
45 -46 |
Dr. Jai Prakash sao |
कथेतर हिंदी गद्य की सृजनात्मकता और आलोचना की वर्ण व्यवस्था |
हिंदी का कथेतर गद्य : परंपरा और प्रयोग |
वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली |
International
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978-93-89563-39-9 |
2020 |
22-21
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Dr. Jai Prakash sao |
हिंदी भाषा और समाज |
हिंदी भाषा की परम्परा |
वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली |
International
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978-93-89563-38-2 |
2020 |
117-124
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Dr. Jai Prakash sao |
एक गद्य-विधा की आत्म-विस्मृति |
कथा मध्यप्रदेश |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-81358-75-7 |
2017 |
299-304 |
Dr. Jai Prakash sao |
हिंदी कहानी : विगत और वर्त्तमान |
कथादेश-1 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-86752-10-9 |
2019 |
416-422 |
Dr. Jai Prakash sao |
कामधेनु : रमेश उपाध्याय |
कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
82 |
Dr. Jai Prakash sao |
जानकी : रमेश चंद्र शाह |
कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
Inter
national
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
92 |
Dr. Jai Prakash sao |
महानगर : राजेंद्र दानी |
कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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9789386752260 |
2019 |
157 |
Dr. Jai Prakash sao |
मैं राम की बहुरिया : राजेंद्र राव |
कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
167 |
Dr. Jai Prakash sao |
उर्फ़ गांधी : राजेंद्र लहरिया |
कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
Inter
national
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
175 |
Dr. Jai Prakash sao |
जाल : राजेश जोशी
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कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
187 |
Dr. Jai Prakash sao |
जगह की जगह : रामकुमार तिवारी
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कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
210 |
Dr. Jai Prakash sao |
अग्निकुंड : रॉबिन शॉ पुष्प
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कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
233 |
Dr. Jai Prakash sao |
तीन अदद मास्टर : तीन झलकियाँ : लक्ष्मीकांत वैष्णव
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कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
265 |
Dr. Jai Prakash sao |
आईने में सेल्फी : लक्ष्मेंद्र चोपड़ा |
कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
277 |
Dr. Jai Prakash sao |
जुमराती मियाँ : विनोद मिश्र
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कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
307 |
Dr. Jai Prakash sao |
बेमुद्दत : विभा रानी
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कथादेश-12 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-86752-26-0 |
2019 |
315 |
Dr. Jai Prakash sao |
रमाकांत लोली : शशांक
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कथादेश-13 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-89563-26-1 |
2019 |
13 |
Dr. Jai Prakash sao |
बत्तियाँ : शंकर
बनाना |
कथादेश-13 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-89563-26-1 |
2019 |
19 |
Dr. Jai Prakash sao |
रिपब्लिक : शिवमूर्ति
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कथादेश-13 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-89563-26-1 |
2019 |
54 |
Dr. Jai Prakash sao |
रे अबुआ बुरू : शेखर मल्लिक |
कथादेश-13 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-89563-26-1 |
2019 |
80 |
Dr. Jai Prakash sao |
अस्थियों के अक्षर : श्योराज सिंह बेचैन |
कथादेश-13 |
आईसेक्ट पब्लिकेशन, भोपाल |
International
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978-93-89563-26-1 |
2019 |
110 |
Dr. Krishna Chatterjee |
समकालीन हिंदी कथा साहित्य में नारी अस्मिता के स्वर |
रिसर्च जरनल ऑफ सोशल एण्ड लाइफ साइन्सेस |
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0973-
3904 |
2021 जनवरी-जून |
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Dr. Krishna Chatterjee |
गोविंद मिश्र की कहानियों में मध्यवर्गीय चेतना |
International Journal of Reviews and Research in social sciences |
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2347-
5145 |
2021 अक्टूबर-दिसंबर |
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Dr. Krishna Chatterjee |
स्त्री-विमर्श के संदर्भ में मृणाल पांडे की रचनाओं का मूल्यांकन |
रिसर्च लिंक |
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0973-
1628 |
2018 सितंबर |
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Dr. Krishna Chatterjee |
गोविंद मिश्र की कहानियों में मूल्य टूटन का दर्द : एक अध्ययन |
रिसर्च लिंक |
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0973-
1627 |
2018 सितंबर |
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Dr. Krishna Chatterjee |
डॉ. द्वारिका प्रसाद अग्रवाल के काव्य में राष्ट्रीय चेतना |
रिसर्च लिंक |
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0973-
1628 |
2016 अक्टूबर |
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