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भूविज्ञान विषय में रोजगार की अपार संभावनायें है। खनिज सम्पदा से भरपूर छत्तीसगढ़ प्रदेश जियोलाॅजी के विद्यार्थियों के लिए प्राकृतिक संग्रहालय के समान है। ये उद्गार भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के पूर्व डायरेक्टर जनरल श्री नीतिश दत्ता ने आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में व्यक्त किये। श्री दत्ता आज महाविद्यालय के रवीन्द्र नाथ टैगोर सभागार में आयोजित जियोलाॅजिकल सोसायटी के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बड़ी संख्या में उपस्थित प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। भूविज्ञान विषय में फील्ड वर्क को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए श्री दत्ता ने आमंत्रित व्याख्यान में छत्तीसगढ़ प्रदेश की जियोलाॅजी पर रोचक एवं ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि भूविज्ञान के विद्यार्थियों को हमेशा अपने आसपास की प्रकृति, चट्टानें तथा घट रही प्राकृतिक घटनाओं पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। भूविज्ञान में रोजगार की अपार संभावनाओं की जानकारी देते हुए श्री दत्ता ने उपस्थित विद्यार्थियों को यूपीएससी, पीएससी, ओएनजीसी आदि राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में सफलता प्राप्ति हेतु महत्वपूर्ण टिप्स दिए। श्री दत्ता के व्याख्यान के दौरान एन.आई.टी. रायपुर के प्राध्यापक डाॅ. विकल्प सिंह, डाॅ. डी.सी. झारिया तथा डाॅ. रूबिया खान भी उपस्थित थे।