वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित जिदंगी

 
साईंस कालेज, दुर्ग मेें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित 
जिदंगी वैसी नही होती जैसी दिखती है - डाॅ. राजेष पाण्डेय 

जिदंगी वैसी नही होती जैसी दिखती है, हमको अपने परिश्रम के द्वारा जिंदगी को अपनी आवष्यकता के अनुकूल बनाना पड़ता है। महाविद्यालयीन जीवन सबसे नाजुक समय होता है, क्योंकि यही से हमारी दषा एवं दिषा तय होती है। पुरस्कार श्रेष्ठता का परिचायक होता है। जब हम महाविद्यालय के छात्र जीवन से बाहर सामाजिक दुनिया में आते है, तो हमें बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यदि हमें किसी कारणवष पुरस्कार नही मिलता तो हमें निराष न होकर अगली बार और अच्छा प्रयास करना चाहिये। प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक प्राप्त करना परिवार, समाज एवं पूरा महाविद्यालय के लिये गौरव का विषय होता है, अन्य विद्यार्थियों को भी इसका अनुकरण करना चाहिये। ये उद्गार अपर संचालक, उच्चषिक्षा दुर्ग संभाग डाॅ. राजेष पाण्डेय ने आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। महाविद्यालय के डाॅ. राधा कृष्णन सभागार में आयोजित वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में श्री पाण्डेय ने महाविद्यालय के विभिन्न स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किया। समारोह के दौरान पूरे शैक्षणिक सत्र 2024-25 में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं तथा राष्ट्रीय यूथ फेस्टिवल नोयडा में विजेता छात्र-छात्राओं एवं महाविद्यालय से अग्निवीर योजना में चयनित 7 विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया। 
महाविद्यालय की छात्राओं मुसकान यादव, नमिता तथा श्वेता श्रीवास द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना, एवं स्वागत गान एवं छत्तीसगढ़ राज्य गीत के प्रस्तुतिकरण के साथ आरंभ हुये कार्यक्रम का संचालन डाॅ. ज्योति धारकर एवं डाॅ. संजू सिन्हा ने किया। अतिथियों के स्वागत के पश्चात् अपने स्वागत भाषण में महाविद्यालय में प्राचार्य डाॅ. अजय कुमार सिंह ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुये महाविद्यालय की उपलब्धियों का प्रस्तुतिकरण दिया। डाॅ. सिंह ने मुख्य अतिथि डाॅ. राजेष पाण्डेय के समक्ष महाविद्यालय की आवष्यकताओं से संबंधित कुछ बिंदु रखें, जिनमें महाविद्यालय में गेस्ट हाउस का निर्माण, भूगर्भषास्त्र विभाग में प्रयोगषाला कक्ष का निर्माण, महाविद्यालय में स्थापित होने वाले राॅक गार्डन हेतु शासन से अनुदान की अपेक्षा, महाविद्यालय में एम.ए. साॅयकोलाॅजी, एम.ए. संस्कृत तथा एमएससी गणित एवं कम्प्यूटिंग पाठ्यक्रम आरंभ किये जाने की मांग शामिल थी। 
पुरस्कार वितरण समारोह में विषिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित शासकीय नवीन महाविद्यालय रिसाली भिलाई की प्राचार्य डाॅ. अनुपमा अस्थाना ने सभी विजेताओं को तथा उनके पालकों को बधाई देते हुए कहा कि आज उनका दिन है। यह पल सभी विजेताओं विद्यार्थियों की सारी उम्र याद रहेगा उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थी का यह दायित्व है कि वो साईंस कालेज, दुर्ग को देष का सर्वश्रेष्ठ महाविद्यालय बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाये। अन्य विषिष्ट अतिथि शासकीय कन्या महाविद्यालय, दुर्ग की प्राचार्य डाॅ. रंजना श्रीवास्तव ने कहा कि जिन विद्यार्थियों को आज पुरस्कार नही मिला उन्हें निराष होने की आवष्यकता नही है। ईष्वर ने उनके लिये किसी अन्य स्थान पर पुरस्कृत होना लिखा है। अतिथियों का स्वागत करने वालों में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. अजय कुमार सिंह, डाॅ. अभिनेष सुराना, डाॅ. जगजीत कौर सलूजा, डाॅ. गोविन्द गुप्ता, रजिस्ट्रार श्री आषुतोष साव, मुख्य लिपिक श्री संजय कुमार यादव शामिल थी। लगभग 200 से अधिक विद्यार्थियों को विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता होने के कारण पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में एमएससी रसायन शास्त्र की कु. रिया देवांगन तथा आराधना सोनी ने सर्वाधिक पुरस्कार प्राप्त किये। द्वितीय स्थान पर एम.ए. अर्थषास्त्र की भार्गवी धु्रव ने 05 पुरस्कार बटोरे। महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्र श्री विवेक श्रीवास्तव के निधन के पश्चात् उसकी स्मृति में साथ ही भूतपूर्व विद्यार्थियों द्वारा प्रदान किये गये पुरस्कार से एम.एससी भूगर्भषास्त्र की कु. मोनिका को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव ने किया। इस कार्यक्रम के आयोजन में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों, क्रीडा अधिकारी एवं कर्मचारियों का उल्लेखनीय योगदान रहा।