महाविद्यालय के गणित विभाग में गणित परिषद का आयोजन

 
महाविद्यालय के गणित विभाग में गणित परिषद का आयोजन

आज महाविद्यालय के गणित विभाग में गणित परिषद का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया इसमें क्षेत्र के अपर संचालक और उतई के प्राचार्य डॉ. राजेश पांडे सर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ए के सिंह ने की। विभागाध्यक्ष डॉ. पद्मावती ने डॉ. पांडे सर का परिचय देते हुए बताया कि सर अपने रिसर्च गाइड डॉ. बीके शर्मा सर के प्रथम शोध छात्र हैं उनके कई शोध पत्र विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं साथ ही वह एक कुशल प्रशासक भी हैं। परिषद का परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि एमएससी पूर्व में अधिकतम अंक प्राप्त विद्यार्थी त्रिलोक सिंह को परिषद का सचिव और बीएससी फाइनल में अधिकतम अंक प्राप्त संजय कुमार को सहसचिव बनाया गया था साथ ही अन्य पदाधिकारी कु. अफरा खान, संस्कार तिवारी, दामिनी, वेणु वर्मा, लक्ष्मी, गौरव पराते भी नामित किए गए थे। जिन्होंने वर्ष भर विभाग के लिए अनेक कार्य किया। 
उद्घाटन कार्यक्रम अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ. पांडे ने बताया कि गणित एक प्राकृतिक विषय है जिस प्रकार विज्ञान स्थापित है हम केवल उसे समझ रहे हैं इस प्रकार गणित को किसने पैदा किया यह कहना मुश्किल है क्योंकि मनुष्य की उत्पत्ति से पहले भी ग्रह नक्षत्र थे और वह अपनी कक्षा में एक निश्चित गति में भ्रमण कर रहे थे, आपस में कभी टकराते नहीं है। हम आज इस युग में मनुष्य की इसी उत्पत्ति की खोज में लगे हुए हैं, जिस प्रकार अमेरिका के नासा में अंतरिक्ष विज्ञान पर लगातार खोज की जा रही है और अंतरिक्ष यान भेजने की कड़ी जारी है इस प्रकार स्विट्जरलैंड में मानव उत्पत्ति पर लगातार खोज जारी है। ऐसा माना जाता है की एक विस्फोट के द्वारा मानव उत्पत्ति हुई होगी जिसे बिग बैंग थ्योरी कहा जाता है। गणित की दिशा में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए सर ने इस प्रकार की खोज में विद्यार्थियों को भी पढ़ने समझने और रिसर्च करने के लिए प्रेरित किया।
प्राचार्य डॉ अजय कुमार सिंह ने अपने आशीर्वचन में विद्यार्थियों को पुस्तक पढ़ने के लिए उत्प्रेरित किया उन्होंने कहा की सामान्य समझ में केवल दो ही बातें प्रचलित हैं एक विद्यार्थियों के बीच में आपस में केमिस्ट्री अच्छी होनी चाहिए और दूसरा किसी घटना के पीछे कौन सा गणित कार्य कर रहा है। इस प्रकार समाज को भी गणित की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से उम्मीद की जो उन्होंने अपने स्टडी टूर में शैक्षणिक भ्रमण में देखा है उसे भी समाज तक पहुंचाएंे। 
एमएससी फाइनल के छात्र त्रिलोक सिंह ने साल भर की गतिविधियों पर आधारित विभाग की रिपोर्ट का वाचन किया। हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. अभिनेष सुराना ने अपने आषीर्वचन में हिन्दी और गणित के संबंध पर प्रकाष डाला। उनके अनुसार जिस प्रकार हिन्दी मनुष्यों की भाषा है, उसी प्रकार गणित प्रकृति की भाषा है। 
इस अवसर पर सत्र 2023-24 में एमएससी अंतिम में अधिकतम अंक प्राप्त कुमारी डिंपल चंद्राकर को सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया। विभाग के डॉ. राकेश तिवारी ने बताया कि विभाग में गणित सुमन नमक एक पत्रिका का प्रकाशन किया जाता है जिसमें विद्यार्थी अपने पसंद के गणित विषयक लेख लिखकर प्रस्तुत करते हैं। इस वर्ष इस पुस्तिका में 22 लेख है जिसमें गणित के रोचक विभिन्न तथ्य प्रस्तुत किए गए हैं। विभाग में राधा कृष्ण लाइब्रेरी विद्यार्थियों के द्वारा संचालित है जिसमें विद्यार्थी थोड़ा-थोड़ा कंट्रीब्यूट करते हैं और शिक्षकों से भी अनुदान लेकर विषय के अतिरिक्त विभिन्न व्यावसायिक परीक्षाओं से संबंधित एवं अन्य जानकारी से भरपूर पुस्तकों का संचय करते हैं। विशेष बात यह है कि इस लाइब्रेरी का संपूर्ण संचालन विद्यार्थियों द्वारा ही होता है। 
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विभाग की डॉ. प्राची सिंह ने अपने गुरु डॉ. पांडे सर को विशेष धन्यवाद देते हुए संबोधित किया कि आज वे जो कुछ भी है सर के पढ़ाने से ही हैं। प्राचार्य को धन्यवाद देते हुए मैडम ने बताया कि किसी भी कार्य के लिए प्राचार्य हमेशा उत्साह पूर्वक हमें साथ देते हैं। इसी प्रकार विभागीय गतिविधियों में विभागाध्यक्ष का साथ हमेशा प्राप्त होता है। मैडम ने यह भी बताया कि शैक्षणिक भ्रमण के दौरान प्रत्येक जिम्मेदारी विद्यार्थियों ने निभाई जो उनके अंदर नैतिक जिम्मेदारी और सामंजस्य का बोध उत्पन्न करती है। इसी प्रकार साल भर जो भी विभाग में गतिविधियां हुई उनके लिए अलग-अलग विद्यार्थी को जिम्मेदारी सौंप गई और विद्यार्थियों ने इसके माध्यम से अपने अंदर व्यक्तित्व का विकास किया। 
कार्यक्रम का संचालन एमएससी अंतिम के छात्र संस्कार तिवारी और कुमारी अफरा खान ने किया। कार्यक्रम में विभाग के सभी सदस्य डाॅ. शोभा रानी, श्रीमती निधि शर्मा, कु. बिजमा, कु. अम्बालिका चैहान और कु. दीपक उपस्थित थे। श्री विजय यादव ने विभाग के हर काम में सहयोग देकर कार्यक्रम को सफल बनाने में मदद की।