साईंस कालेज, दुर्ग में विज्ञान मेला आयोजित
साईंस के सिध्दांतों का दैनिक जीवन में अनुप्रयोग का माॅडल द्वारा उल्लेखनीय प्रदर्षन
शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग में छत्तीसगढ़ कौसिंल आॅफ साईंस एण्ड टेक्नालाॅजी रायपुर द्वारा प्रायोजित साईंस फेयर अर्थात् विज्ञान मेला का आयोजन रवीन्द्रनाथ टैगोर सभागार में किया गया। इस मेले में छत्तीसगढ़ के विभिन्न महाविद्यालयों के लगभग 50 से अधिक टीमों ने हिस्सा लेकर विज्ञान के मूलभूत सिध्दांतों पर आधारित माॅड्लस के जरिये अपनी प्रतिभा का प्रदर्षन किया। यह जानकारी देते हुए साईंस फेयर आयोजन समिति की संयोजक डाॅ. जगजीत कौर सलूजा तथा सहसंयोजक डाॅ. कुसुमांजलि देषमुख ने संयुक्त रूप से जानकारी दी कि इस साईंस फेयर को 6 विभिन्न केटेगरी में विभक्त किया गया था, इनमें वर्किंग माॅडल, स्टेटिक माॅडल, लाईफ साईंस पर आधारित माॅडल, फन साईंस पर आधारित माॅडल, नवीन अनुवेषण पर केन्द्रित माॅडल आदि कैटेगरी शामिल थी। समापन समारोह के मुख्य अतिथि दुर्ग संभाग के क्षेत्रीय अपर संचालक, डाॅ. राजेष पाण्डेय ने साईंस कालेज, दुर्ग के द्वारा आयोजित साईंस फेयर को पूर्णतः सफल बताते हुए कहा कि वर्तमान समय में आरटीफिषियल इंटेलीजेंस का बोलबाला है। विज्ञान एवं तकनीकी में प्रतिदिन नई-नई खोजे हो रही है और अब शीघ्र ही आरटीफिषियल जनरल इंटेलीजेंस आने वाला है, जिसके सहायता से मस्तिष्क का विष्लेषण किया जा सकेगा। अपने स्वागत भाषण में संयोजक डाॅ. जगजीत कौर सलूजा ने विद्यार्थियों के बौध्दिक क्षमता के प्रदर्षन हेतु इस आयोजन को एक शुरूआत बताया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. श्वेता पाण्डेय ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. सतीष कुमार सेन ने किया।
डाॅ. प्रज्ञा कुलकर्णी एवं डाॅ. कुसुमांजलि देषमुख के अनुसार विभिन्न वर्गों में विभक्त माॅडल प्रतियोगिता हेतु निर्णायक के रूप में सेवानिवृत्त प्राचार्य डाॅ. वाय. आर. कटरे, डाॅ. वाय. पी. पटेल तथा सेवानिवृत्त प्राध्यापक डाॅ. मधुलिका राॅय आमंत्रित थे। विद्वान निर्णायकों द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार नाॅन वर्किंग लाईफ साईंस केटेगरी में साईंस कालेज, दुर्ग के संजीवनी देषलहर,े अभिनव रांगा ने प्रथम तथा श्रध्दा गुप्ता एवं अमन बंसोड़ ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। लाईफ साईंस वर्किंग केटेगरी में साईंस कालेज, दुर्ग के प्रखर स्वर्णकार और साक्षी बांगड़े प्रथम तथा शासकीय महाविद्यालय जामगांव आर के वेद अग्रवाल और थानेष्वर द्वितीय रहे। फन साईंसेस में दुर्ग के अमन राव मोहिते, षिवानी ठाकुर , देविका मंडावी, नैना अग्रवाल पुरस्कृत हुये। वर्किंग माॅडल में स्वामी स्वरूपानंद महाविद्यालय, भिलाई के ऋषि राजपूत और विवेका शर्मा प्रथम तथा स्वामी आत्मानंद माॅडल कालेज, अटारी रायपुर के अमत्य शर्मा द्वितीय रहे। इनोवेषन वर्किंग केटेगरी में सेंट थाॅमस कालेज के हर्ष श्रीवास्तव प्रथम, कल्याण पीजी कालेज, भिलाई के राहुल साहू द्वितीय तथा कमल साहू तृतीय रहे वहीं साईंस कालेज, दुर्ग के दामिनी वर्मा एवं लक्ष्मी नारायण को चतुर्थ एवं पंचम स्थान प्राप्त हुआ। नाॅन वर्किंग डिमोन्ट्रेषन केटेगरी में कुनाल वर्मा, सृष्टि नर्गिस, आफरा खान तथा गौरव पराते पुरस्कृत हुये। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. अजय कुमार सिंह ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों द्वारा बनाए गये माॅडल की प्रषंसा करते हुये कहा कि इस प्रकार के आयोजन से विद्यार्थियों की बौध्दिक क्षमता प्रदर्षित होती है तथा अन्य विद्यार्थियों को भी आगे आने का मौका मिलता है। प्राचार्य डाॅ. सिंह ने इस आयोजन हेतु राषि उपलब्ध कराने के लिये छत्तीसगढ़ कौसिंल आॅफ साईंस एण्ड टेक्नालाॅजी, रायपुर को धन्यवाद दिया।
इस साईंस फेयर में छत्तीसगढ़ के विभिन्न महाविद्यालयों तथा साईंस कालेज, दुर्ग के लगभग 500 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कुल 150 टीमों द्वारा रजिस्ट्रेषन कराया गया था। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा आनंद मेले का भी आयोजन किया गया था, जिसका वहां उपस्थित सभी लोगों ने भरपूर आनंद लिया।
इस कार्यक्रम के आयोजन में आयोजन सचिव डाॅ. अनीता शुक्ला, डाॅ. प्रज्ञा कुलकर्णी, डाॅ. सुनीता मैथ्यू तथा डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव, डाॅ. जी.एस. ठाकुर, डाॅ. राकेष तिवारी, डाॅ. दिव्यामिंज, डाॅ. अनुपमा कष्यप, डाॅ. उषा साहू, डाॅ. मौसमी डे, सुदेष साहू, डाॅ. श्रीराम कुंजाम, डाॅ. राजलक्ष्मी नायडू, डाॅ. रीता गुप्ता, डाॅ. नीतू दास, डाॅ. प्राची सिंह, डाॅ. निधि शर्मा, डाॅ. विकास स्वर्णकार, डाॅ. ममता परगनिहा, डाॅ. सोमा सेन, डाॅ. प्रेरणा कठाने, डाॅ. प्रषांत दुबे, श्री तरूण कुमार साहू, डाॅ. अजय पिल्लई आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।