राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर अनेक कार्यक्रम आयोजित विज्ञान का दैनिक जीवन में संधृत उपयोग आवष्यक - डाॅ. पीयूषकांत पाण्डेय

 

साईंस कालेज, दुर्ग में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर अनेक कार्यक्रम आयोजित विज्ञान का दैनिक जीवन में संधृत उपयोग आवष्यक - डाॅ. पीयूषकांत पाण्डेय विज्ञान का दैनिक जीवन में संधृत उपयोग आवष्यक है। विज्ञान का सदैव जीवन में रचनात्मक कार्यों में प्रयोग होना चाहिए, परंतु कुछ लोग स्वार्थ की खातिर विज्ञान का गलत उपयोग कर समाज के विरूध्द कार्य करते है। हमें इनसे बचना चाहिए। ये उद्गार एमेटी विष्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति डाॅ. पीयूषकांत पाण्डेय ने आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के विजेताओं को पुरूस्कृत करते हुए व्यक्त किये। डाॅ. पाण्डेय ने कहा कि इस वर्ष के विज्ञान दिवस की थीम विकसित भारत हेतु विज्ञान एवं अन्वेषण में युवाओं की भूमिका रखा गया है, जो कि अत्यंत प्रासंगिक है। डाॅ. पाण्डेय ने कहा कि आज का दिन हम सभी भारतवासियों के लिये गर्व का है, क्योंकि आज हमारे भारतीय मूल के वैज्ञानिक डाॅ. सीवी रमन को नोबल पुरूस्कार प्राप्त हुआ था। डाॅ. पाण्डेय ने बड़ी संख्या में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान के सिध्दांतों को रटने के स्थान पर समझने का प्रयत्न करें। माहाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि बेसिक साईंस का महत्व सदैव रहा है, और आगे भी रहेगा उन्होंनें कहा कि प्रत्येक छात्र-छात्रा को बेसिक विज्ञान से जुड़ने का प्रयास करना चाहिए। इससे पूर्व कार्यक्रम की संयोजक डाॅ. जगजीत कौर सलूजा ने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर महाविद्यालय मेें दो दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृखंला आयोजित की गयी, इनमें विद्यार्थियों हेतु ग्रीन टेक्नालाॅजी पर आधारित ड्राइंग प्रतियोगिता तथा विकसित भारत हेतु विज्ञान एवं अन्वेषण विषय पर क्विज प्रतियोगिता शामिल है। इन दोनों प्रतियोगिताओं में लगभग 150 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिताओं के द्वितीय चरण में स्नातकोत्तर विद्यार्थियों तथा शोध छात्र-छात्राओं हेतु आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में लगभग 50 से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इसका भी विषय विकसित भारत हेतु विज्ञान एवं अन्वेषण विषय पर मौखिक प्रस्तुतिकरण प्रतियोगिता में विभिन्न विभागों के स्नातकोत्तर एवं शोध छात्र-छात्राओं ने विज्ञान दिवस की थीम पर केन्द्रित शानदार प्रस्तुति दी। विज्ञान दिवस के अवसर पर आईआईटी भिलाई भौतिक के विभागाध्यक्ष सुधावना पात्रा ने आमंत्रित व्याख्यान दिया। ड्राइंग प्रतियोगिता में चंचल साहू प्रथम, किंजल देवांगन एवं शषि ठाकुर द्वितीय तथा गीतांजलि धु्रव एवं लुकेष्वरी ठाकुर तृतीय स्थान पर रहे। क्विज प्रतियोगिता में टीम बी. भास्कराचार्य प्रथम तथा टीम सी. चरक एवं टीम डी. नागार्जुन तृतीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार टीम ई. वराह मीहीर ने 55 अंकों के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त किया। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर द्रोण चन्द्राकर, समूह द्वितीय स्थान पर चन्द्र शेखर एवं समूह एवं बरसा साहू रिसर्च स्काॅलर केमेस्ट्री एवं तृतीय स्थान पर देवेन्द्र निर्मलकर रहें। समापन समारोह में पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का संचालन डाॅ. प्रज्ञा कुलकर्णी एवं डाॅ. सुनीता बी. मैथ्यू ने किया। विज्ञान दिवस प्रतियोगिताओं के आयोजन में संयोजक के रूप में डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव, डाॅ. एस.डी. देषमुख, डाॅ. प्राची सिंह, डाॅ. प्रज्ञा कुलकर्णी, डाॅ. सुनीता बी. मैथ्यू, डाॅ. अलका मिश्रा तथा सदस्य के रूप में डाॅ. सीतेष्वरी चन्द्राकर, डाॅ. संजू सिन्हा, डाॅ. श्वेता पाण्डेय, डाॅ. मोतीराम साहू, डाॅ. कुसुमांजलि देषमुख, डाॅ. विजय लक्ष्मी नायडू , डाॅ. सतीष कुमार सेन, डाॅ. सुदेष साहू, डाॅ. मौसमी डे तथा डाॅ. श्रीराम कुंजाम एवं समस्त अतिथि प्राध्यापकों का उल्लेखनीय योगदान रहा। प्रतियोगिताओं में निर्णायक के रूप में डीपीएस भिलाई की डाॅ. सुनीता वर्मा, डीपीसएस दुर्ग के श्री मोहन बराल, भिलाई महिला महाविद्यालय की डाॅ. भावना पाण्डेय बीआईटी दुर्ग के डाॅ. संतोष सार तथा शासकीय महाविद्यालय, खुर्सीपार की डाॅ. पूर्णिमा सेठ, शासकीय महाविद्यालय बोरी की डाॅ. मीना चक्रवर्ती तथा शासकीय महाविद्यालय जामुल के प्राचार्य डाॅ. आर. एस. सिंह शामिल थे।