साइंस कालेज में वनस्पति शास्त्र परिषद का उद्घाटन

 
साइंस कालेज में वनस्पति शास्त्र परिषद का उद्घाटन 

शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग  में   वनस्पति शास्त्र का उद्घाटन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. एम.ए. सिद्दीकी तथा विषेष आमंत्रित वक्ता के रूप में प्रोफेसर स्वर्णलता सराफ, फार्मेसी विभाग, पंडित रविषंकर शुक्ल विष्वविद्यालय, रायपुर छ.ग. उपस्थित रही। कार्यक्रम का शुभांरभ माता सरस्वती को पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। तत्पष्चात् विभाग के छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डाॅ. जी.एस. ठाकुर, डाॅ. सतीष कुमार सेन, डाॅ. श्रीराम कुंजाम द्वारा प्राचार्य, विभागाध्यक्ष एवं विषेष आमंत्रित वक्ता का स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान कर किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में प्राचार्य डाॅ. एम.ए. सिद्दीकी ने कहा कि वनस्पतियों के विभिन्न प्रजातियों को संरक्षित करने की आवष्यकता पर बल दिया साथ ही उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रजातियों के जर्म प्लाज्म को संरक्षित करने को कहा एवं उन पर शोध कार्य करने की आवष्यकता पर जोर दिया। वनस्पति शास्त्र की विभागाध्यक्ष डाॅ. रंजना श्रीवास्तव ने अपने स्वागत भाषण में छात्र-छात्राओं को वनस्पति शास्त्र परिषद के माध्यम से वर्षभर अपनी कार्यप्रणाली को निर्धारित करने को कहा साथ ही आसपास के जैव विविधता के बारे में जानकारी संकलित करने हेतु प्रेरित किया। इसके पश्चात् डाॅ. जी.एस. ठाकुर ने छात्र-छात्राओं को महाविद्यालय के सबसे प्राचीन विभाग वनस्पति शास्त्र विभाग के बारे में पूर्व से आज तक किए गए कार्यों के बारे में अवगत कराया। इसके पश्चात् वनस्पति शास्त्र परिषद के सचिव डाॅ. सतीष कुमार सेन द्वारा परिषद के उद्देष्य एवं कार्यों की जानकारी प्रदान की गयी, जिसमें उन्होंने पर्यावरण को संरक्षित करने हेतु कहा।
विषेष आमंत्रित वक्ता के रूप में उपस्थित डाॅ. स्वर्णलता सराफ ने एम.एससी प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के सभी छात्र-छात्राओं एवं सभी विभागीय प्राध्यापकों को वनस्पति शात्र के परिषद के उद्देष्यों को पूर्ण करने हेतु शपथ दिलायी। इसके बाद उन्होंने ष्जड़ से उपचार तकष् विषय के बारे में वनस्पति शास्त्र के छात्र-छात्राओं को अपना प्रस्तुतिकरण दिया। प्रोफेसर सराफ ने कहा कि आज हर्बल उद्योग का युग है, जिसमें वनस्पति शास्त्र के छात्र-छात्राओं को भाग लेना अति आवष्यक है, जिसमें छात्र-छात्राओं को पादप टेक्सोनाॅमी, साइटोलाॅजी, जेनेटिक इंजीनियरिंग आदि के माध्यम से वनस्पति से उद्योग तक पहुंचने की आवष्यकता पर बल दिया। उन्होंने सभी एम.एससी छात्र-छात्राओं के कैरियर निर्माण एवं उनको आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया साथ ही उन्होंने बहु संकायों जिनमें वनस्पति विज्ञान, फार्मेंसी, रसायन शास्त्र, जैव तकनीकी, सूक्ष्मजीव विज्ञान इत्यादि विषयों को मिलकर शोध कार्य करने के पर जोर दिया। 


कार्यक्रम का संचालन डाॅ. विजय लक्ष्मी नायडू द्वारा किया गया। वनस्पति शास्त्र परिषद के अध्यक्ष के रूप में दीपक कुमार (एम.एससी तृतीय सेमे.) उपाध्यक्ष- चंचल (एम.एससी प्रथम सेमे.) सचिव-हीना देवांगन (एम.एससी तृतीय सेमे.) सहसचिव रोहन शर्मा तथा अतेन्द्र सिन्हा एवं हर्षराज भ्रमण सचिव नियुक्ति किया गया। कार्यक्रम में सभी एमएससी प्रथम एवं तृतीय सेमे. के छात्रों का योगदान रहा साथ ही विभागीय सदस्यों के रूप में मोतीराम साहू डाॅ. राजेष्वरी प्रभा लहरे, डाॅ. स्वप्निता षिंदे एवं संकल्पा चन्द्रा का भी विषेष योगदान रहा। तकनीकी सहायक के रूप में शैल तिवारी एवं लैब अटेंटेडेट के रूप में मोहित का भी योगदान रहा।