प्रषासन अकादमी रायपुर में प्राचार्य पद संबंधी प्रषिक्षण पा रहे प्राध्यापकों ने किया साईंस कालेज दुर्ग का भ्रमण
प्रषासन अकादमी निमोरा, रायपुर में उच्चषिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के निर्देषानुसार आयोजित 3 सप्ताह के प्रषिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने वाले छत्तीसगढ़ प्रदेष के सभी जिलों के लगभग 30 प्राध्यापकों ने आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग का भौतिक रूप से भ्रमण किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. एम.ए. सिद्दीकी ने बताया कि चंूकि प्रषिक्षण प्राप्त कर रहे सभी प्राध्यापक भविष्य में महाविद्यालयों में प्राचार्य पद का दायित्व निवर्हन करेगें, इसलिए उच्चषिक्षा विभाग उन्हें दुर्ग साईंस कालेज का भ्रमण करवाकर महाविद्यालय के सर्वोंगीण विकास हेतु आवष्यक बिंदु से अवगत कराना चाहता है। डाॅ. सिद्दीकी के अनुसार साईंस कालेज दुर्ग प्रदेष का पहला एवं एकमात्र ए प्लस ग्रेड प्राप्त शासकीय महाविद्यालय है। इस महाविद्यालय की पठन-पाठ्न, शोध, खेलकूद, एन.एस.एस., एन.सी.सी., यूथ रेडक्रास एवं अन्य पाठ्येत्तर गतिविधियां तथा कैम्पस प्लेसमेंट उल्लेखनीय है। इन्ही सब बिंदुओं को प्रषिक्षार्थियों प्राध्यापकों को अवगत कराकर उनके मन में अपने-अपने महाविद्यालयों में इसी प्रकार की रचनात्मक गतिविधियांें का आयोजन राज्य शासन का मुख्य उद्देष्य है।
महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव ने बताया कि आज प्राध्यापकों के भ्रमण के दौरान प्रारंभ में उनका स्वागत डाॅ. अनुपमा अस्थाना, डाॅ. जगजीत कौर सलूजा, डाॅ. प्रज्ञा कुलकर्णी, डाॅ. सुनीता बी. मैथ्यू, डाॅ. संजू सिन्हा, प्रो. तरूण साहू ने किया। डाॅ. जगजीत कौर सलूजा ने पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से महाविद्यालय की विगत 5 वर्षों की उपलब्धियों का उल्लेख किया। नैक की नई मूल्यांकन प्रणाली तथा राष्ट्रीय षिक्षा नीति 2020 पर डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव ने अपने विचार रखें। इसके पश्चात् प्राध्यापकों के दल ने महाविद्यालयं में उपलब्ध बायो-रिर्सोस सेन्टर, आधुनिक प्रयोगषालायें, लगभग एक लाख से अधिक पुस्तक क्षमता वाले ग्रंथालय, बायो टेक्नालाॅजी विभाग तथा नवनिर्मित डाॅ. राधाकृष्णन हाॅल का अवलोकन किया। सभी प्राध्यापकों ने साईंस कालेज, दुर्ग की उपलब्धियों एवं अधोसंरचना की प्रषंसा की। प्राध्यापक प्रषिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डाॅ. सिद्दीकी ने कहा कि यदि ये महाविद्यालय के विकास हेतु कोई रचनात्मक सुझाव देना चाहते है, तो हम उसका समावेष महाविद्यालय के विकास हेतु करेगें। प्राध्यापकों की ओर से शासकीय खूबचंद बघेल, महाविद्यालय भिलाई-3 की प्राध्यापक डाॅ. अमृता कस्तूरे ने धन्यवाद ज्ञापन किया।