साइंस कॉलेज दुर्ग में विकसित भारत@2047 पर जिला स्तरीय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन

 
साइंस कॉलेज दुर्ग में नेहरू युवा केन्द्र दुर्ग एवं साइंस कॉलेज दुर्ग के संयुक्त तत्वावधान में प्राचार्य डॉ एम. ए .सिद्दीकी के मार्गदर्शन में जिला स्तरीय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें दुर्ग जिले से लगभग 40 से अधिक प्रतिभागियों ने सहभागिता की। जिसमें प्रथम स्थान व्यापक तिवारी , द्वितीय स्थान सुदीक्षा तिवारी तथा तृतीय स्थान प्रेरणा शर्मा ने प्राप्त किया।इसी के साथ सभी प्रतिभागियों ने बड़ी ओजस्विता से अपने विचार व्यक्त किए।जिसमें प्रेरणा, लेविस कुमार ने बहुत बढ़िया सुझाव विकसित भारत के लिए दिए। जिसकी सभी प्राध्यापकों ने सराहना की।

सभी  विद्यार्थियों को विकसित भारत के संकल्प के बारे मे बताया गया। विकसित भारत पर  निर्णायकों ने विद्यार्थियों को भाषण कला की बारीकियों के विषय में बताया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्य डॉ एम. ए. सिद्दीकी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वाक कला में प्रवीण होने के साथ उसे जीवन में धारण भी करना चाहिए।हमारा देश तभी विकसित होगा जब हमारे देश के युवा एवं नागरिक इसके लिए ईमानदारी से पुरुषार्थ करेंगे। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एस एन झा ने विकसित भारत के लिए अपने विचार और सपनो को अभिव्यक्त करने हेतु प्रेरित किया।हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अभिनेष सुराना ने विकसित भारत पर बात करते हुए बोले कि आप सभी इस प्रतियोगिता में शामिल हुए और पुरस्कार प्राप्त किए इसके लिए बहुत बधाई तथा उनको विशेष रूप से बधाई जो इसमें अपना स्थान नही बना पाए।क्योंकि उनके लिए आगे जीवन में और मेहनत करने तथा अगली बार और अच्छा प्रदर्शन करने की चुनौतियां हैं।

कार्यक्रम में निर्णायक के रूप में श्री जितेन्द्र सोनी जी, नेहरू युवा केन्द्र दुर्ग, आदित्य कुमार, सहायक प्राध्यापक एवं नोडल अधिकारी विकसित भारत,जीडी रूंगटा कॉलेज भिलाई तथा डॉ निगार अहमद सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी विभाग साइंस कॉलेज दुर्ग उपस्थित थे।
निर्णायको नेअपने संबोधन में बहुत से महत्वपूर्ण सुझाव प्रतिभागियों के लिए दिए ।

कार्यक्रम का संचालन एनएसएस इकाई के दलनायक मृदुल निर्मल एवं वरिष्ठ स्वयं सेवक सुशील कुमार ने किया।
 एनएसएस अधिकारी प्रो जनेंद्र कुमार दीवान ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में एनएसएस स्वयं सेवक एवं नेहरू युवा केन्द्र के कार्यकर्ता मोरध्वज, सुशील कुमार, निमेष, योगेश, तोषण लाल का महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ।