साइंस कॉलेज में राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार का उद्घाटन

 

शहर केप्रतिष्ठित एप्लस कॉलेज मेंहो रहे वनस्पतिविभाग द्वारा आयोजितदो दिवसीय राष्ट्रीयकार्यक्रम के उद्घाटनमें मुख्य अतिथिडॉ. सजोयदास गुप्ता(बोस इंस्टिट्यूटकोलकाता) विशिष्टअतिथि डॉ गौरवदवे (गुजरात) डॉ पी.शिवकुमार सिंह(तेलंगाना), डॉ रामनारायण पांडेयद्वारा किया गया।कार्यक्रम के मुख्यअतिथि के रूपमें डॉ.सजोय दास गुप्ताने क्रिस्पर टेक्नोलॉजीके बारे मेंउद्घाटन सत्र कोसंबोधित किया उन्होंनेबताया कि इसतकनीक से जिनोमिक्सप्रोटीमिक्स एवं संपूर्णपादप जगत प्रौद्योगिकीमें महत्वपूर्ण परिवर्तनआ रहा हैजिससे भारत हीनहीं विश्व भरमें खाद्य संकटकी समस्या कोदूर किया जासकता है तत्पश्चातडॉक्टर पी शिवकुमार सिंह नेभारत में पाएजाने वाले दुर्लभमेडिसिनल प्लांट(औषधी पौधों) केऊपर कॉन्फ्रेंस कोसंबोधित किया तत्पश्चात  शोधछात्रों के द्वारामौखिक प्रस्तुतीकरण काआयोजन किया गयाजिसमें देश केविभिन्न वैज्ञानिकों कोछात्रों द्वारा वानस्पतिविज्ञान में किएगए शोध कार्योंका प्रस्तुतिकरण कियासाथ डॉक्टर एमपी ठाकुर कृषिवैज्ञानिक इंदिरा गांधीविश्वविद्यालय (विस्तारकेंद्र बेमेतरा)द्वारा मशरूम केबारे में कॉन्फ्रेंसको संबोधित किया।साथ ही गुजरातसे आए हुएपादप रसायन वैज्ञानिकडॉ गौरव एसदवे ने कांफ्रेंसको संबोधित किया।कांफ्रेंस के उद्घाटनसत्र में जैवतकनीकी भाग चेयरमैनके रूप मेंडॉक्टर केएल तिवारीपूर्व विभागाध्यक्ष पंडितरविशंकर शुक्ला रायपुरसाथ ही प्राध्यापकडॉ एस केजाधव उपस्थित रहे।उद्घाटनसत्रसमारोहमेंप्राचार्यएवंविभागाध्यक्षसमाजशास्त्रडॉराजेंद्रचौबेनेबतायाकिमनुष्यअपनेस्वार्थकेकारणप्रकृतिएवंवनसंसाधनोंकाअत्यधिकदोहनकररहाहैजिससेभविष्यमेंगंभीरसंकटकासामनाकरनापड़सकताहैसाथहीविभागाध्यक्षवानस्पतिशास्त्रडॉ. रंजनाश्रीवास्तवनेकार्यक्रमकीरूपरेखाएवंउद्देश्यकेबारेमेंबताया।कार्यक्रमकेआयोजकसचिवकेरूपमेंडॉक्टरजीएसठाकुरसरनेसभीमाननीयअतिथियोंकाधन्यवादज्ञापितकियाकार्यक्रमकेउद्घाटनसत्रकासंचालनडॉ. विजयलक्ष्मीनायडूसहायकप्राध्यापकवनस्पतिशास्त्रनेकियासाथहीतकनीकीसत्रकासंचालनडॉक्टरवीणाठाकुरसहायकप्राध्यापकनेकिया कार्यक्रमकेसहायकसमन्वयककेरूपमेंप्राध्यापकगायत्रीपांडेनेकार्यक्रमकीउपलब्धियोंकेबारेमेंविस्तारसेबताया।

कार्यक्रम के प्रथम तकनीकी सत्र में मौखिक प्रस्तुतिकरण के अध्यक्ष के रुप मे डॉ कपिंदर दीवान एवं  डॉ. एनबी. सिंगप्राध्यापकविज्ञानमहा. रायपुरउपस्थितथेसाथहीवक्ताकेरूपमेंडॉविमलकानूंगोऔरडॉकेशवकांतसाहू, डॉअविनाशकुमारशर्मा, डॉनागेन्द्रचन्द्रवंशीआदिउपस्थितरहें।कार्यक्रमकेतकनीकीसत्रमेंडॉ. सतीशकुमारसेन, डॉ. मोतीरामसाहू,वसीमअकरम, दानेशनिर्मल, रत्नाकरउपाध्याय, देवेंद्रनिर्मल, श्यामुसाहु, स्वातिअग्रवाल, प्राचीगुप्ता, ज्योति, मानसी का सहयोग रहा।