लोक कला मटपरई कार्यषाला का समापन समारोह सम्पन्न
षासकीय विष्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वषासी महाविद्यालय दुर्ग के इतिहास विभाग द्वारा विगत दिनो 15 दिवसीय छत्तीसगढ़ की विलुप्त आंचलिक कला मटपरई की प्रषिक्षण कार्यषाला का आयोजन किया गया।
आज दिनांक 18ध्10ध्2022 को इस कार्यषाला का समापन समारोह माननीय विधायक अरूण वोरा जी के मुख्य आतिथ्य, महापौर श्री धीरज बाकरीवाल के विषेष आतिथ्य तथा प्राचार्य डॉ. आर. एन. सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। समारोह में मृतप्राय मटपरई कला के षिल्पकार अभिषेक सपन एवं टेराकोटा एवं सेरेमिक आर्ट की प्रषिक्षक प्रज्ञा नेमा को सम्मानित किया गया। सत्र 2021-22 के सर्वश्रेष्ठ छात्रा रेणुका साहु एवं भारती देवांगन को भी पुरस्कृत किया गया।
इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार पाण्डेय ने अतिथियो का स्वागत करते हुए कहा कि इतिहास विभाग छत्तीसगढ़ की आंचलिक कलाओ के संरक्षण के लिए प्रतिबध्द है और ये प्रयास आगे भी जारी रहेगा। इस अवसर पर मटपरई कला के प्रषिक्षक अभिषेक सपन ने कहा कि मटपरई कला को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान प्रदान करना मेरे जीवन का लक्ष्य है, महाविद्यालय ने मुझे अवसर दिया इसके लिए मै हृदय से उनका धन्यवाद देता हूॅं। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. आर. एन. सिंह ने इस अवसर पर इतिहास विभाग को बधाई दी एवं उनके प्रयासो को अत्यंत सार्थक बनाया। समारोह के मुख्य अतिथि अरूण वोरा जी ने कहा कि वह इस मटपरई कला के सुन्दर स्वरूप को देखकर आष्चर्य चकित है और उन्हे विष्वास है कि यह कला, छत्तीसगढ़ अंचल के गौरव का सम्पूर्ण विष्व में विस्तार करेगी। दुर्ग षहर के महापौर श्री धीरज बाकरीवाल ने कहा कि षासन का उद्देष्य छत्तीसगढ़ की अंाचलिक कलाओ को पुर्नजीवित करना है। जिसके लिए यह कार्यषाला निष्चय ही सहायक सिध्द होगी। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन इतिहास विभाग के नवनिर्वाचित अध्यक्ष रविषंकर मारकण्डे द्वारा किया गया।