साइंस कालेज दुर्ग में इंस्पायर इंटर्नशिप साइंस कैम्प का चौथा दिन जलवायु को भौगोलिक सीमाओं में नही बांधा जा सकता - डाॅ. टी.एन. सिंह

 
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जलवायु को भौगोलिक सीमाओं में नही बांधा जा सकता। अतः प्रत्येक क्षेत्र, प्रदेश अथवा देश के लोगों को जलवायु संरक्षण हेतु प्रयास करना चाहिए। एक देश द्वारा किए गए पर्यावरण संरक्षण के प्रयास से अनेक देशों को फायदा हो सकता है। ये उद्गार आईआईटी मुबंई के भूगर्भशास्त्र के प्राध्यापक डाॅ. टी.एन. सिंह ने आज  शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में व्यक्त किये। डाॅ. सिंह आज महाविद्यालय में डीएसटी नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित 5 दिवसीय इंस्पायर इंटर्नशिप साइंस कैम्प के चैथे दिन बड़ी संख्या में उपस्थित छत्तीसगढ़ अंचल के हायर सेकेण्डरी स्तर के विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों को संबोधित कर रहे थे। डाॅ. सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में ऊर्जा की बढ़ती आवश्यकता को देखते हुए हमें वैकल्पिक साधनों का भी इस्तेमाल पर गंभीर चिंतन करना होगा। वर्तमान समय में नई शोध की जानकारी देते हुए डाॅ. सिंह ने बताया कि कार्बन डाय आक्साइड की वायुमंडल में उपस्थिति के कारण जहां एक ओर वायुमण्डल प्रदूषित हो रहा है वहीं दूसरी ओर इसी कार्बन डाय आक्साइड को भूमिगत कोयले के खदानों एवं अन्य ऐसे स्थान जहां मीथेन गैस की उपस्थिति है, वहां अंतः प्रवेशित कराकर ऊर्जा को उत्पन्न कराने के प्रयास किए जा रहे है।