शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में दिनांक 27/10/2021 को समाजशास्त्र, मनोविज्ञान विभाग एवं IQAC के तत्वाधान में मह

 
शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में दिनांक 27/10/2021 को समाजशास्त्र, मनोविज्ञान विभाग एवं प्फ।ब् के तत्वाधान में महाविद्यालय के सभागार में व्याख्यान जिसका शीर्षक है मनचंगा तो कठौती में गंगा का आयोजन किया गया व्याख्यान में डाॅ. प्रमोद गुप्ता (सिम्हांस के निर्देशक) ने बताया कि स्वस्थ मन क्या है, उन्होने बताया कि विचार एवं भावनाओं को व्यवहार में उतार लेना ही स्वस्थ मन है।जो व्यक्ति स्वयं, परिवार और समाज के बीच संतुलन बनाये रखते हैं वही व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ होते है। उन्होने बताया कि आत्मविश्वास, आत्मसंयम, आत्मबोध एवं आत्मनियंत्रण आदि शरीर से नहीं मन से जुड़ा है। मै स्वस्थ हुँ तो परिवार व समाज भी खुश रहेगा पहले हमें खुद को स्वस्थ होना है, उन्होने बताया कि अपने लक्ष्य के लिए करे व्यसन से दुर रहें हर परिस्थ्तिि में खुश रहें और आहार विचार एवं व्यवहार में संतुलन रखे। संस्था के प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह ने अपने सारगर्भित उद्बोधन से विद्यार्थियों की अपने लक्ष्य की ओर उन्मुख होते के लिए प्रेरित किया। उन्होनें अपने उद्बोधन में मन को स्वस्थ रखने चिंता मुक्त जीवन व्यतीत कर वर्तमान में अपने लक्ष्य की ओर ध्यान देने कहा।
इस कार्यक्रम में डाॅ. अश्विनी महाजन, डाॅ. कल्पना अग्रवाल, डाॅ. दीवान, डाॅ. निशा गोस्वामी तथा भारी मात्रा में सभी कक्षा की छात्र छात्राऐं उपस्थित थे। व्याख्यान के अंत मे ंविद्यार्थियों ने अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. सुचित्रा शर्मा (समाजशास्त्र विभाग) एवं आधार प्रदर्शन डाॅ. प्रतिभा शर्मा (मनोविज्ञान विभाग) द्वारा किया गया।