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संस्कृति युक्त षिक्षा वर्तमान समय की आवष्यकता है। हम चाहे कितने भी आगे निकल जाये परंतु हमें अपने संस्कारों को कभी नही भूलना चाहिए। ये उद्गार छत्तीसगढ़ शासन के गृह, जेल, लोक निर्माण, धर्मस्व पर्यटन, एवं संस्कृति मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग तथा आदर्ष महाविद्यालय, दुर्ग के संयुक्त रूप से आयोजित वार्षिक स्नेह सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। श्री साहू ने कहा कि महाविद्यालय में स्नेह सम्मेलन के दौरान प्रतिवर्ष हमें समीक्षा भी करना चाहिए कि आगामी वर्षों में कालेज के विकास हेतु क्या रूपरेखा तय की जाये। आजकल टेलीविजन चैनलों पर दिखाये जा रहे अनेक सीरियलों एवं कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी भ्रमित हो रही है। हर चीज के दो पहलू होते है, हमें प्रत्येक संसाधन के सदुपयोग का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दुर्ग शहर के विधायक अरूण वोरा ने साइंस कालेज, दुर्ग में व्यतीत अपने छात्र जीवन को स्मरण करते हुए कहा कि छात्र जीवन सबसे महत्वपूर्ण होता है। महाविद्यालय में ही किसी विद्यार्थी की आगे की जीवन की रूपरेखा तय होती है। हर क्षेत्र में ईमानदारी के साथ हम सफलता अर्जित कर सकते है। श्री वोरा ने छत्तीसगढ़ सरकार की संचार क्रांति योजना में अधिक से अधिक विद्यार्थियों को हिस्सा लेने का आव्हान किया। विषिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित छत्तीसगढ़ प्रदेष क्रांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेन्द्र साहू ने अपने छात्रजीवन को याद करते हुए महाविद्यालयों को जीवन प्रबंधन का सर्वोत्तम स्थान करार दिया।