साइंस काॅलेज दुर्ग में गवर्निग बाॅडी की बैठक में छात्रहित में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय पारित
शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में आज गवर्निग बाॅडी की बैठक में छात्रहित में अनेक महत्वपूर्ण निर्णयों का अनुमोदन किया गया। यह जानकारी देते हुए महाविद्यालय में प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह तथा स्वशासी परीक्षा नियंत्रक डाॅ. अनिल कश्यप ने संयुक्त रूप से बताया कि इस महत्वपूर्ण उच्चस्तरीय बैठक में यूजीसी नईदिल्ली द्वारा मनोनीत विशेषज्ञ के रूप में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी के डाॅ. प्रवेश कुमार श्रीवास्तव उपस्थित थे। बैठक के आरंभ में प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने अपना स्वागत भाषण दिया तथा डाॅ. अनिल कश्यप ने महाविद्यालय की अकादमिक काऊंसिल की बैठक में अनुमोदित निर्णयों की बिंदुवार जानकारी दी। इस बैठक में गवर्निग बाॅडी के अन्य सदस्य डाॅ. राजेन्द्र चैबे, डाॅ. अनुपमा अस्थाना, डाॅ. ए.के. खान, हेमचंद यादव वि.वि. दुर्ग द्वारा मनोनीत प्रतिनिधि डाॅ. ए.के. मिश्रा प्राचार्य ढेलकाडीह राजनांदगांव तथा स्वशासी प्रकोष्ठ के सहायक नियंत्रक डाॅ. एस.डी. देशमुख एवं डाॅ. राकेश तिवारी शामिल थे।
बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार अब साइंस काॅलेज दुर्ग में दिव्यांग एवं अनाथ छात्र-छात्राओं को परीक्षा शुल्क पूर्ण रूप से माफ रहेगा। स्वशासी प्रकोष्ठ हेतु महाविद्यालय परिसर में पृथक से भवन निर्माण होगा। स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षाफल प्रथम सेमेस्टर के मूल प्राप्तांक का 50ः तथा एसाइनमेंट, इंटरनाल टेस्ट (प्रोजेक्ट के 50ः अंक जोड़कर तैयार करने पर भी सहमति बनी) परीक्षा परिणाम घोषित होने पर उत्तीर्ण विद्यार्थियों का प्रवेश री रजिस्टेªशन पद्वति से किया जावे। महाविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों में प्रश्न बैंक बनाये जाने का भी अनुमोदन किया गया। सदस्यों में थर्डजेण्डर हेतु भी परीक्षा शुल्क माफ करने के प्रस्ताव का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया।
स्नातकोत्तर कक्षाओं में यूजीसी की गाइड लाइन के अनुसार सत्र् 2021.22 से आंतरिक मूल्यांकन 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत तथा बाह्य मूल्यांकन 80 प्रतिशत के स्थान पर 70 प्रतिशत करने का प्रस्ताव भी अनुमोदित हुआ। महाविद्यालय में हाल ही में आरंभ सात नये सर्टिफिकेट पाठ्यक्रय मानव अधिकार, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, ग्रामीण विकास, उपभोक्ता संरक्षण तथा व्यापारिक दक्षता आदि को भी संचालित करने का अनुमोदन किया गया।
बैठक में सर्वसम्मति से इस बात पर निर्णय हुआ कि छात्र-छात्राओं की रूचि के अनुसार महाविद्यालय में स्वशासी मद, जनउन्नयन राशि तथा जनभागीदारी निधि से अल्पावधि से रोजगार परक प्रशिक्षण कोर्स आरंभ किये जावें। इस संबंध में संबंधित क्षेत्र के दक्ष कलाकर, व्यवसायी, उद्योगपति, चिकित्सक, वास्तुविद, कार्पेन्टर, पलंबर, नृत्य प्रशिक्षका, ब्यूटीपार्लर संचालक से संपर्क कर विद्यार्थियों हेतु प्रशिक्षण कोर्स रविवार व अन्य अवकाश दिवसों में आयोजित किये जायंेगें। क्षमता विकास एवं मूल्य आधारित लगभग 30 से अधिक अल्पावधि के कोर्स आरंभ किये जायंेगें। इसमे विद्यार्थियों को सीधा रोजगार प्राप्त होगा। वर्ष 2021 से विद्यार्थी को स्नातकोत्तर कक्षा में प्रत्येक सेमेस्टर में प्रवेश दिया जायेगा। धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक संपन्न हुई।