"शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में आचार विचार एवं जीवन मूल्य विषय पर आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री जसवीर सिंह अधिवक्ता एवं विचारक तथा कार्यक्रम के अध्यक्ष महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत से किया गया। मुख्य अतिथि का परिचय समिति की संयोजक डाॅ. सुचित्रा शर्मा ने दिया। अध्यक्ष डाॅ. आर.एन. सिंह ने छोटे-छोटे उदाहरणों द्वारा अत्यंत सरल शब्दों में विद्यार्थियों को जीवन मूल्यों की बारीकियों से अवगत कराया, उन्होंने कहा कि जीवन मूल्यों के विकास में परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। माता-पिता और बुजुर्ग न केवल पालन-पोषण करते हैं, बल्कि जीवन मूल्यों को हस्तांतरित करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। मुख्य अतिथि श्री जसवीर सिंह ने अपने उद्बोधन में बताया कि हर व्यक्ति के तीन रूप होते है- प्रथम रूप वह है जो हम दुनिया को दिखाते है, दूसरा-वह जो घर में होता है और तीसरा-वह है जो हम स्वयं या परमात्मा जानते हंै। उन्होंने खुषी, दया, समझ एवं एकाग्रता को जीवन मूल्य का आधार स्तंभ बताया एवं उदाहरणों के माध्यमों से सभी मूल्यों को रोचक तरीके से समझाया। साथ ही इस बात पर विषेष बल दिया कि विद्यार्थियों को संस्कार और नैतिक मूल्यों की धारणा से अपने जीवन को सुसंस्कारित बनाना चाहिए ताकि उन्हें भविष्य में जीवन मूल्यों को बनाने और रक्षा करने का तरीका भलीभांति समझ में आ सके। कार्यक्रम में समिति कीे सदस्य डाॅ. संजू सिन्हा समाजषास्त्र विभाग की डाॅ. सपना शर्मा तथा हिन्दी विभाग सेे डाॅ. कृष्णा चटर्जी भी उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. के. पद्मावती एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम की संयोजक डाॅ. सुचित्रा शर्मा ने किया। "