शोध कार्य को प्रयोगषाला से बाहर लाकर सामाजिक हित में उपयोग करें - डाॅ. ए.के. सिंह

 
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शोध कार्य को प्रयोगषाला से बाहर लाकर सामाजिक हित में उपयोग करना वर्तमान समय की आवष्यकता है। आजकल किसी भी पदार्थ का बिना लक्ष्य के उपयोग समाज एवं पर्यावरण हेतु हानिकारक सिध्द हो रहा है। 3 डी प्रिटिंग हेतु मटेरियल का प्रयोग हो रहा है। हमें किसी भी शोध कार्य के निष्कर्ष पर पहुंचने के पूर्व इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह समाज एवं पर्यावरण के हित में हो। ये उद्गार डाॅ. ए.के. सिंह, डायरेक्टर राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड, मुंबई ने आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में व्यक्त किये। डाॅ. सिंह आज महाविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग द्वारा आयोजित मटेरियल्स फाॅर इन्वायरमेंट विषय पर दो दिवसीय इन्टरनेषनल कान्फें्रस में मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्गार व्यक्त कर रहे थे। डाॅ. सिंह ने बांग्लादेष, नेपाल, चीन, साउथ अफ्रीका तथा भारत के विभिन्न राज्यों से पधारे शोधकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 21वीं सदी में ऊर्जा, स्वास्थ्य, जल, पर्यावरण, वायु आदि को स्वच्छ रखना प्रमुख चुनौतियां है। इस प्रकार के आयोजनों से अनेक महत्वपूर्ण निष्कर्ष निकलते है तथा विद्यार्थियों का सोचने का नजरिया बदलता है।